स्थान – सुकमा, छत्तीसगढ़
संवाददाता – उइका नरेश
दूरभाष – 7067638106
सुकमा में आत्मसमर्पित माओवादियों को मिला नया जीवन–पथ
नक्सल पुनर्वास केंद्र में 5G स्मार्टफोन का वितरण, मुख्यधारा से जुड़ने की बढ़ी उम्मीदें
सुकमा।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकार द्वारा चलाए जा रहे पुनर्वास एवं मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयासों को आज एक और महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश तथा उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में सुकमा जिला प्रशासन ने पुनर्वास केंद्र में रह रहे 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों को उच्च गुणवत्ता वाले 5G स्मार्टफोन प्रदान किए।
यह वितरण कार्यक्रम कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव तथा पुलिस अधीक्षक श्री किरण चव्हाण की देखरेख में सम्पन्न हुआ। जिला प्रशासन का मानना है कि यह तकनीकी सहायता न केवल इन युवाओं को बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ाएगी, बल्कि उनका समाज में समुचित पुनर्वास भी सुनिश्चित करेगी।
उपमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तेजी से हुई कार्रवाई
ध्यान देने योग्य है कि 22 नवंबर को अपने सुकमा प्रवास के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने पुनर्वास केंद्र पहुंचकर वहाँ रह रहे युवाओं से बातचीत की थी।
उन्होंने तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया था कि हर पुनर्वासित व्यक्ति को आधुनिक 5G स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे तकनीक से सशक्त होकर समाज में अपनी नई पहचान बना सकें।
इसी निर्देश के पालन में आज डिप्टी कलेक्टर सुश्री मधु तेता तथा डीएसपी सुश्री मोनिका श्याम द्वारा पुनर्वास केंद्र में उपस्थित 25 युवाओं को सैमसंग गैलेक्सी M06 5G स्मार्टफोन वितरित किए गए।
आधुनिक तकनीक से सशक्त बनेंगे पुनर्वासित युवा
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन मोबाइल फोनों में
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50 मेगापिक्सल डुअल कैमरा,
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शानदार 5000 mAh बैटरी,
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फास्ट चार्जिंग सपोर्ट,
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और बेहतर 5G नेटवर्क क्षमता जैसी उन्नत सुविधाएँ मौजूद हैं।
इन सुविधाओं का उद्देश्य युवाओं को
✔ ऑनलाइन शिक्षा
✔ डिजिटल कौशल प्रशिक्षण
✔ सरकारी योजनाओं की जानकारी
✔ डिजिटल बैंकिंग
✔ ऑनलाइन मार्केटिंग
✔ ई-कॉमर्स
✔ और रोजगार–स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों
से जोड़ना है।
जिला प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि तकनीक को अपनाना इन युवाओं के जीवन में निर्णायक बदलाव ला सकता है।
नक्सलवाद विरोधी प्रयासों में महत्वपूर्ण कदम
यह पहल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे काउंटर–इंसर्जेंसी और पुनर्वास प्रक्रिया के लिए एक मजबूत कदम मानी जा रही है।
सिर्फ हथियार छोड़ना ही काफी नहीं, बल्कि नए जीवन–मूल्यों को अपनाना, शिक्षा, रोजगार, और समाज से संवाद ही वास्तविक परिवर्तन लाते हैं।
इन 5G मोबाइल फोनों के माध्यम से पुनर्वासित लोग अब—
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आधुनिक कृषि तकनीकों के वीडियो देख सकेंगे,
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छोटे व्यवसाय शुरू करने के तरीके सीख सकेंगे,
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अपने हुनर को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर साझा कर सकेंगे,
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और सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ उठा सकेंगे।
इससे उन्हें स्वतंत्र आजीविका कमाने में मदद मिलेगी और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने का अवसर भी मिलेगा।
शेष पुनर्वासितों को भी जल्द मिलेंगे स्मार्टफोन
सुकमा जिला प्रशासन ने बताया कि पुनर्वास केंद्र में मौजूद सभी अन्य व्यक्तियों को भी शीघ्र ही 5G स्मार्टफोन उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
यह डिजिटल सुविधा न केवल संचार और सुरक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है, बल्कि शासन-प्रशासन और समाज से सीधा संवाद स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
समापन
सुकमा जैसे संवेदनशील जिले में इस प्रकार की पहलें यह दर्शाती हैं कि सरकार सिर्फ नक्सलवाद समाप्त करने का प्रयास नहीं कर रही, बल्कि उन युवाओं को भी नई पहचान दे रही है जिन्हें भटककर गलत रास्ते पर जाना पड़ा था।
यह पुनर्वास मॉडल भविष्य के लिए एक बेहतर उदाहरण सिद्ध हो सकता है कि समस्या का समाधान बंदूक से नहीं, अवसर से होता है।












