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बंदूक की नोक पर रेत का साम्राज्य: किसानों की जमीन पर माफियाओं का कब्ज़ा

स्थान: बाँदा (भदावल, तहसील अतर्रा)
संवाददाता: जीतेन्द्र पवार

जहाँ धरती माँ की गोद से अन्न उपजना चाहिए, वहाँ अब बंदूक की नोक पर रेत निकल रही है। बाँदा जनपद के ग्राम भदावल में किसान बाबूलाल पुत्र रामसेवक की जमीन — गाटा संख्या 1133/3 — पर इन दिनों बालू माफियाओं का कब्ज़ा है।

किसान बाबूलाल का कहना है कि उसकी खेती योग्य भूमि पर कुछ दबंग लोग अवैध रूप से रेत की खुदाई कर रहे हैं। जब उसने विरोध किया, तो उसे गाली-गलौज कर भगा दिया गया और धमकी दी गई कि “यह ज़मीन अब तुम्हारी नहीं रही।”

यह घटना केवल एक किसान की नहीं, बल्कि उस व्यवस्था की विफलता की कहानी है जहाँ मेहनतकश की आवाज़ बंदूक की धमकी में दब जाती है। प्रशासन की चुप्पी इस बात की गवाह है कि अवैध रेत कारोबार ने कानून और व्यवस्था दोनों को चुनौती दे दी है।

ग्रामीणों ने बताया कि नदी की धारा को मोड़कर अवैध खनन किया जा रहा है। इससे नदी से जुड़ा पंप कैनाल सूखने की कगार पर है, जिसके कारण किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा।

किसानों ने आरोप लगाया है कि यह खनन “त्रिपाठी कंस्ट्रक्शन” नाम से संचालित खदान से जुड़ा है।

ग्रामीणों ने जल विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है और मांग की है कि अवैध खनन पर कठोर कार्रवाई हो, ताकि धरती का गर्भ सुरक्षित रहे और किसान भयमुक्त होकर खेती कर सकें।

स्थान: भदावल, तहसील अतर्रा, जनपद बाँदा
बाइट: ग्रामीण किसान