सुकमा, 21 दिसंबर 2025।
जिले में आत्मसमर्पित माओवादियों के पुनर्वास को अधिक प्रभावी, संवेदनशील और टिकाऊ बनाने की दिशा में कलेक्टर श्री अमित कुमार ने ठोस पहल की है। इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने नक्सल पुनर्वास केंद्र का औचक निरीक्षण कर केंद्र की व्यवस्थाओं का गहनता से जायजा लिया। निरीक्षण का उद्देश्य आत्मसमर्पित माओवादियों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का पूर्ण लाभ दिलाना तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा से आत्मसम्मान के साथ जोड़ना रहा।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री अमित कुमार ने केंद्र में उपलब्ध आवास, भोजन व्यवस्था, स्वच्छता, सुरक्षा, प्रशिक्षण एवं आजीविका से जुड़ी गतिविधियों का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुनर्वास केंद्र में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी आवश्यक सुधार कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किए जाएं।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री मुकुन्द ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर श्री रविशंकर वर्मा, डीएसपी सुश्री मोनिका श्याम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

पारंपरिक संस्कृति व कौशल विकास को मिलेगा बढ़ावा
कलेक्टर श्री अमित कुमार ने आत्मसमर्पित माओवादियों के पुनर्वास में सांस्कृतिक जुड़ाव को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए केंद्र में पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक पहचान व्यक्ति को आत्मविश्वास प्रदान करती है और समाज से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उन्होंने श्रम विभाग की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने, पीएम स्वनिधि योजना से पात्र हितग्राहियों को जोड़ने तथा पुनर्वास केंद्र में एक समर्पित कल्चर रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। इस कल्चर रूम में स्थानीय लोककला, संगीत, नृत्य एवं पारंपरिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे आत्मसमर्पित माओवादी अपनी जड़ों से जुड़े रहकर सकारात्मक भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।












