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रायपुर में आयोजित 8th इंटरनेशनल अबेकस, वैदिक मैथ्स एवं हैंडराइटिंग प्रतियोगिता में जगदलपुर के 15 बच्चों का शानदार प्रदर्शन बचपन एकेडमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल के छात्रों ने लहराया परचम, कई कैटेगरी में बने चैम्पियन ऑफ चैम्पियन

‌रायपुर की इंटरनेशनल अबेकस प्रतियोगिता में बस्तर के 15 बच्चों का दमदार प्रदर्शन, कई कैटेगरी में बने चैम्पियन

रायपुर, 23 नवंबर 2025।

राजधानी रायपुर में आयोजित 8th इंटरनेशनल लेवल अबेकस, वैदिक मैथ्स एवं हैंडराइटिंग ऑफलाइन रिटर्न एग्जाम में इस वर्ष प्रतिभाओं ने अपनी उत्कृष्ट क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया। “अमेजिंग ब्रेनी किड्स” द्वारा आयोजित यह प्रतिष्ठित परीक्षा देशभर के विभिन्न राज्यों के स्कूलों और संस्थानों के बच्चों के लिए एक बड़ा मंच साबित हुई। इसी प्रतियोगिता में बस्तर संभाग के जगदलपुर से 15 बच्चों ने हिस्सा लेकर शानदार उपलब्धियाँ हासिल कीं और पूरे जिले का नाम गौरवान्वित किया।

जगदलपुर के बच्चों की चमक—बचपन एकेडमिक हाइट्स के 7 विद्यार्थी उत्कृष्ट

प्रतियोगिता में शामिल बस्तर के बच्चों में बचपन एकेडमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल, जगदलपुर के सात प्रतिभागियों ने विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की। इन नन्हे प्रतिभागियों ने with अबेकस और without अबेकस दोनों कैटेगरीज में अपनी कौशल क्षमता का शानदार प्रदर्शन कर निर्णायकों और उपस्थित दर्शकों को प्रभावित किया।

जूनियर कैटेगरी — बस्तर के नन्हे सितारों ने मारी बाजी

आयांश दास (यूकेजी) ने जूनियर without अबेकस में चैम्पियन ऑफ चैम्पियन बनकर नई मिसाल कायम की। इतनी कम उम्र में भी आयांश ने अपनी गति और गणना कौशल से सबको चौंका दिया।

वियान मिश्रा ने इस बार प्रतियोगिता में दोहरा प्रदर्शन करते हुए without अबेकस और with अबेकस—दोनों में चैम्पियन का खिताब अपने नाम किया। उनकी यह उपलब्धि प्रतियोगिता के प्रमुख आकर्षणों में से एक रही।

सार्थक सत्पथी ने भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए with अबेकस और without अबेकस, दोनों कैटेगरीज में चैम्पियनशिप और प्रथम स्थान हासिल किया।

ऋषिका सर्वा ने बिना अबेकस की श्रेणी में दूसरा स्थान तथा with अबेकस में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

के. प्रयांश ने दोनों कैटेगरीज में चैम्पियन ऑफ चैम्पियन बनकर अपने उज्जवल भविष्य का संकेत दिया।

लावण्या सर्वा ने with अबेकस में दूसरा स्थान प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

पलक टंडन ने without अबेकस और with अबेकस दोनों श्रेणियों में चैम्पियन तथा प्रथम स्थान हासिल कर सबका मन जीत लिया।

2nd लेवल (ग्रुप ‘A’ व ‘B’) — बस्तर के होनहारों की मजबूत उपस्थिति

उच्च स्तर के समूहों में भी बस्तर के बच्चों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।

अविराज यादव ने with और without अबेकस, दोनों स्तरों पर चैम्पियन बनकर अपनी क्षमता साबित की।

आनवी भदौरिया ने with अबेकस में दूसरा स्थान हासिल किया।

ग्रुप ‘B’ से अविराज पाण्डेय ने without अबेकस में दूसरा स्थान प्राप्त किया।

4th और 6th लेवल — बस्तर के बच्चों का दबदबा

बड़े वर्ग की कैटेगरीज में भी बस्तर के छात्रों ने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा।

सोनाक्षी पटेल (6th लेवल) ने without अबेकस में चैम्पियन और with अबेकस में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

नव्य यादव (4th लेवल) ने अबेकस रिटर्न परीक्षा में तीसरा स्थान तथा ओरल परीक्षा में चैम्पियनशिप जीती।

नित्या यादव ने अबेकस रिटर्न में चैम्पियन ऑफ चैम्पियन और ओरल परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त किया।

इसके अलावा वेद कुमार और याग्वी तिवारी ने भी इस प्रतियोगिता में उल्लेखनीय भागीदारी निभाई और सराहनीय प्रदर्शन किया।

खुशबू मैडम का मार्गदर्शन — बच्चों की सफलता का आधार

प्रतियोगिता में बस्तर की इस शानदार सफलता के पीछे एक महत्वपूर्ण नाम है—खुशबू मैडम, जो बचपन एकेडमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल, जगदलपुर तथा अरुण उदय पब्लिक स्कूल, दंतेवाड़ा में अबेकस व वैदिक मैथ्स की प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

खुशबू मैडम कई वर्षों से बच्चों को प्रशिक्षित कर रही हैं। वह बच्चों के लिए अपनी स्वयं की लेवल-वाइज किताबें तैयार करती हैं; अभी तक 3rd लेवल तक की पुस्तकें तैयार हो चुकी हैं। वर्तमान में वे एक नई प्रैक्टिस बुक पर कार्य कर रही हैं, जिसमें प्रश्न और उत्तर दोनों शामिल होंगे ताकि अभिभावक भी बच्चों को घर पर आसानी से अभ्यास करा सकें।

उनका प्रयास बच्चों के लिए अबेकस सीखने की प्रक्रिया को सरल, रोचक और प्रभावी बनाता है। यही कारण है कि बस्तर के बच्चे लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपना परचम लहरा रहे हैं।

बस्तर की प्रतिभा ने जीता देशभर का दिल

रायपुर में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बस्तर के बच्चों की सफलताओं ने यह प्रमाणित कर दिया कि बस्तर जैसे आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्र में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उचित मार्गदर्शन, अवसर और मेहनत के दम पर यह बच्चे हर मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं।

इन बच्चों की उपलब्धियों से न केवल उनके अभिभावक और स्कूल, बल्कि पूरा बस्तर गर्व से अभिभूत है।