दिनांक: 13 अक्टूबर 2025
स्थान: बीजापुर (छत्तीसगढ़)
बीजापुर। आम आदमी पार्टी बीजापुर ने केंद्र सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार गरीबी मिटाने नहीं, बल्कि गरीबों को मिटाने की दिशा में कार्य कर रही है।
जिला अध्यक्ष सतीश मंडावी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बीपीएल राशन कार्ड धारकों की संदिग्ध सूची जारी करने के बाद हितग्राहियों में भय का माहौल है। इस सूची में उन 1.31 लाख लोगों को शामिल किया गया है जिनके पास ढाई एकड़ (2.47 एकड़) से अधिक भूमि है। सरकार जल्द ही इनके राशन कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
उन्होंने कहा कि अगर राशन कार्ड रद्द कर दिए गए तो हजारों परिवारों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। “भाजपा सरकार गरीबों से अनाज छीनकर अंबानी-अडानी जैसे अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने की योजना बना रही है। ये सरकार गरीबों से अनाज छीनकर उसी का स्टॉक करवाकर महंगे दामों में बेचने की साजिश रच रही है,” मंडावी ने कहा।
जिला सचिव जी.पी. दुबे ने कहा कि आम आदमी पार्टी किसान, मजदूर और श्रमिक वर्ग के साथ खड़ी है। “भाजपा की दो इंजनों की सरकार गरीबों और किसानों का पूर्ण रूप से अहित कर रही है। हम इस अन्याय के खिलाफ जमीनी स्तर पर संघर्ष करेंगे,” उन्होंने कहा।
जिला उपाध्यक्ष सदाशिव यालम ने कहा कि “छत्तीसगढ़ की जनता ने गरीबी मिटाने के लिए भाजपा को सत्ता दी थी, लेकिन आज गरीबों का शोषण हो रहा है। इस नीति का पुरजोर विरोध किया जाएगा।”
वहीं, जिला सगंठन मंत्री प्रवीण उइका ने कहा कि “जरूरत पड़ी तो हम सड़क पर उतरकर जनता को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। भाजपा सरकार गरीबों के मुंह का निवाला छीन अपने व्यापारी मित्रों को खीर खिला रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि “सरकार चाहती तो मंडी में धान को सड़ने से बचा सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। धान को शराब बनाने वाले उद्योगों को बांट दिया गया, जबकि आम किसानों और नागरिकों को अनाज वितरण से वंचित रखा गया। धान का कटोरा कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में आज चावल महंगे दामों पर बिक रहा है — आखिर क्यों? क्या यही है सुशासन?”
अंत में पार्टी नेताओं ने कहा कि “छत्तीसगढ़ की माटी वह है जो खुद भूखी रहकर मेहमानों को भोजन कराती है। ऐसी भूमि पर गरीबों का अन्न छीनना अक्षम्य अपराध है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस अमानवीय नीति पर तुरंत रोक लगानी चाहिए या नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा देना चाहिए।”
रिपोर्टर – आनंद झाड़ी
















