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कर्रेगुट्टा हिल्स के ताड़पाला घाटी में नया सुरक्षा कैम्प स्थापित

दुर्गम पहाड़ियों के बीच सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता, माओवादी-विरोधी अभियान को मिलेगी नई रफ्तार**

सुकमा/दक्षिण बस्तर —
जिले में नक्सल उन्मूलन और ग्रामीण इलाकों में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से सुरक्षा बलों ने ताड़पाला घाटी स्थित कर्रेगुट्टा हिल्स पर एक और नया सुरक्षा एवं जन-सुविधा कैम्प सफलतापूर्वक स्थापित कर लिया है। यह कैम्प कर्रेगुट्टा पहाड़ियों पर स्थापित होने वाला दूसरा सुरक्षा पोस्ट है, जो इस क्षेत्र में सुरक्षा घेराबंदी को और अधिक मजबूत करेगा।

जानकारी के अनुसार, यह पूरा ऑपरेशन बेहद दुर्गम और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अंजाम दिया गया। सुरक्षा बलों को तीखे चढ़ाई वाले पहाड़ी मार्ग, जंगलों की सघनता, पानी की कमी, और रास्ते भर IED के संभावित खतरे जैसी अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद जवानों ने ऑपरेशन को बिना किसी नुकसान के सफलतापूर्वक पूरा किया।

अधिकारियों के मुताबिक नए कैम्प के स्थापित होने से छत्तीसगढ़–तेलंगाना सीमा पर चल रहे संयुक्त माओवादी विरोधी अभियान को महत्वपूर्ण मजबूती मिलेगी। यह इलाका लंबे समय से नक्सलियों की गतिविधियों के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता था, जहां अब कैम्प खुलने से सुरक्षा बलों की पहुंच तेजी से बढ़ेगी और संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार दबाव बनाए रखने में मदद मिलेगी।

स्थानीय ग्रामीणों के लिए भी यह कैम्प जन-सुविधा केंद्र के रूप में कार्य करेगा। यहां स्वास्थ्य शिविर, सहायता सेवाएँ, सड़क निर्माण, शिक्षा और अन्य विकासगत गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। प्रशासन का मानना है कि सुरक्षा कैम्प न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगे, बल्कि ग्रामीणों में विश्वास बहाली और विकास के लिए रास्ता भी तैयार करेंगे।

गौरतलब है कि जिले में पिछले कुछ वर्षों में नक्सल प्रभावित इलाकों की सुरक्षा स्थिति में बड़ा सुधार देखने को मिला है। इसी कड़ी में प्रशासन ने अब तक 23 नए सुरक्षा एवं जन-सुविधा कैम्प स्थापित किए हैं, जिनका सीधा लाभ स्थानीय जनता को मिल रहा है।

नए कैम्प की स्थापना को सुरक्षा बलों की एक और रणनीतिक जीत माना जा रहा है, जिससे भविष्य में बड़े माओवादी विरोधी अभियानों को दिशा और गति मिलेगी।