मोरपल्ली, बुर्कलंका और सुरपनगुड़ा पंचायत के ग्रामीणों ने शिविर में की बड़ी सहभागिता
सुकमा। कोंटा विकासखंड के अत्यंत दूरस्थ एवं संवेदनशील रायगुड़ा क्षेत्र में आयोजित विशेष सुविधा शिविर दूसरी बार भी ग्रामीणों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर उभरा है। मोरपल्ली, बुर्कलंका और सुरपनगुड़ा पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीण इस शिविर में पहुँचकर विभिन्न शासकीय सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।
वनांचल में रहने वाले परिवारों को बिना मुख्यालय आए, घर–द्वार पर ही त्वरित शासकीय सेवाएँ उपलब्ध कराने की इस पहल को ग्रामीणों ने बेहद सराहनीय बताया।
कलेक्टर के निर्देशन में सुदूर क्षेत्रों में प्रशासन की पहुँच मजबूत
कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा जिला पंचायत के सीईओ श्री मुकुन्द ठाकुर के मार्गदर्शन में नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत चयनित ग्रामों में यह शिविर लगातार आयोजित किए जा रहे हैं। रायगुड़ा शिविर में दस्तावेज़ कार्य, सरकारी योजनाओं के आवेदन, स्वास्थ्य सेवाएँ और अन्य विभागीय सुविधाएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई गईं।
अधिकारियों की सतत निगरानी — रात्रि विश्राम भी शिविर में
शिविर संचालन की निगरानी हेतु एसडीएम कोन्टा श्री सुभाष शुक्ला, जनपद पंचायत कोन्टा के सीईओ श्री सुमित ध्रुव और डिप्टी कलेक्टर श्री शबाब खान स्वयं शिविर में मौजूद रहे।
ग्रामीणों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तीनों अधिकारी रायगुड़ा कैंप में ही रात्रि विश्राम कर रहे हैं, जिससे शिकायतों का त्वरित समाधान संभव हो पा रहा है।
2 से 5 दिसंबर तक चलेगा विशेष शिविर
2 दिसंबर से शुरू हुआ यह विशेष शिविर 5 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है। दो दिनों में ही सैकड़ों ग्रामीण आधार अपडेट, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, विभिन्न प्रमाण पत्र, पेंशन स्वीकृति, रोजगार कार्ड, स्वास्थ्य परीक्षण, बैंकिंग कार्य, बिजली–पेयजल समस्या समाधान तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की सेवाओं का लाभ ले चुके हैं।
ग्रामीणों के समय और खर्च में बड़ी बचत
शिविर में सभी सेवाएँ एक ही छत के नीचे उपलब्ध होने से ग्रामीणों को मुख्यालय तक बार-बार आने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। इससे न केवल समय और खर्च में कमी आई है, बल्कि शासन के प्रति लोगों का भरोसा भी और मजबूत हुआ है।
वनांचलों में विकास की नई रोशनी
प्रशासन की यह पहल सुदूर वनांचलों में विकास की नई दिशा तय कर रही है। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे शिविर जीवन में वास्तविक बदलाव ला रहे हैं और शासन को उनके करीब ला रहे हैं।













